
अंबेडकरनगर
जिला मुख्यालय पर एक भी सीएनजी पंप नहीं है। ऐसे में सीएनजी भरवाने के लिए वाहन स्वामियोंं को 10 से 15 किलोमीटर दूर की दौड़ लगानी पड़ रही है। जिले में महज चार पंपों पर ही सीएनजी मिल रही है।
बताते चलें कि जिले में दो हजार कार के अलावा एक हजार से अधिक ऑटो रिक्शा उप संभागीय परिवहन कार्यालय में पंजीकृत हैं। शहर में एक भी सीएनजी पंप की उपलब्धता न होने से वाहन मालिकों को ईंधन भरवाने के लिए लंबी दौड़ लगानी पड़ रही है। पर्यावरण प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए वाहन कंपनियों ने सीएनजी वाहनों को बाजारों में उतारा है। पेट्रोल के सापेक्ष कम खर्च में अधिक दूरी चलने के दावे के बाद तेजी से इन वाहनों की संख्या भी बढ़ी। वर्तमान समय में सीएनजी के लिए वाहन स्वामियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
यहां संचालित हो रहे पंप
जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर दूर पलई रामनगर के अलावा शहर से 15 किलोमीटर दूर एनटीपीसी और जाफरगंज के साथ ही 20 किलोमीटर दूर कटेहरी में पेट्रोलपंप पर सीएनजी उपलब्ध है। ऐसे में सीएनजी वाहन मालिकों को ईंधन के लिए अतिरिक्त व्यय करना पड़ रहा है। जिसके चलते वाहन स्वामियों को अब सीएनजी वाहन महंगे लगने लगे हैं। यही नहीं, इन वाहनों में गैस भरवाने के लिए लंबी कतार लगानी पड़ती है। मशीन में कम दबाव के कारण वाहन की टंकी भी फुल नहीं हो पाती है। वाहन में गैस भरवाने में अधिक समय भी लगता है।
बोले वाहन स्वामी
अकबरपुर के दिनेश अग्रहरि, विवेक सिंह, सुधीर तिवारी, केदार सिंह, संगीता पांडेय आदि ने बताया की वाहन तो खरीद लिया है, लेकिन सीएनजी गैस भरवाने लिए परेशानी उठानी पड़ रही है। पेट्रोलियम कंपनियों को शहर में भी सीएनजी पेट्रोल पंप खुलवाना चाहिए।
अकबरपुर-टांडा मार्ग जल्द खुलेगा पंप
जनपद में सीएनजी गैस की कोई किल्लत नहीं है। शहर में जगह की उपलब्धता न होने से सीएनजी पंप के लिए स्वीकृति नहीं मिल पा रही थी। अकबरपुर-टांडा मार्ग पर सीएनजी पंप के लिए जगह चिह्नित की गई है। उम्मीद है की जल्द ही स्वीकृति मिल जाएगी।
– शिवम पाल, जेई, टोरंट गैस लिमिटेड